Sukanya Samriddhi yojna by PM Narendra Modi
सुकन्या समृद्धि योजना: बेटियों की भविष्य के लिए शानदार निवेश विकल्प सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे बेटियों की शिक्षा और उनके उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है। यह योजना न केवल उच्च ब्याज दर के साथ बचत की सुविधा देती है, बल्कि कर…
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सुकन्या समृद्धि योजना: बेटियों की भविष्य के लिए शानदार निवेश विकल्प
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi yojna /SSY), भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे बेटियों की शिक्षा और उनके उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है। यह योजना न केवल उच्च ब्याज दर के साथ बचत की सुविधा देती है, बल्कि कर लाभ भी प्रदान करती है। आइए, इस योजना के प्रमुख बिंदुओं को विस्तार से समझें।
कौन खोल सकता है खाता?
यह खाता उन बालिकाओं के लिए खोला जा सकता है, जिन्होंने खाता खोलने की तिथि तक 10 वर्ष की आयु पूरी नहीं की है। खाते को बालिका के माता-पिता या अभिभावक खोल सकते हैं।
- एक बालिका के लिए एक खाता खोला जा सकता है।
- एक परिवार में अधिकतम दो बालिकाओं के खाते खोले जा सकते हैं।
खाता खोलने की प्रक्रिया
खाता खोलना बेहद आसान है। इसके लिए आपको बालिका के जन्म प्रमाणपत्र और माता-पिता/अभिभावक के केवाईसी दस्तावेज (पहचान प्रमाण और पता प्रमाण) की आवश्यकता होती है।
- माता-पिता का पैन और आधार कार्ड अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करना होगा।
उच्च ब्याज दर – एक आकर्षक लाभ
यह योजना उच्च ब्याज दर प्रदान करती है। वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के लिए, यह ब्याज दर 8.20% प्रति वर्ष निर्धारित की गई थी।
- ब्याज की गणना वार्षिक आधार पर की जाती है और हर वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में जोड़ा जाता है।
निवेश की सीमा और लाभ
एसएसवाई खाता धारक एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1,50,000 रुपये तक जमा कर सकते हैं।
- जमा की गई राशि पर आप आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कर छूट का दावा कर सकते हैं।
परिपक्वता और जमा की अवधि
- खाता खोलने की तिथि से 15 वर्षों तक राशि जमा की जा सकती है।
- खाता 21 वर्षों के बाद परिपक्व होता है।
निकासी की सुविधा
बालिका की उम्र 18 वर्ष होने या 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने, जो भी पहले हो, के बाद शिक्षा के उद्देश्य से खाते में जमा राशि का अधिकतम 50% तक निकासी की अनुमति है।
यह प्रावधान बालिकाओं की उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता सुनिश्चित करता है।
अनियमित खातों का नवीनीकरण
अगर खाता अनियमित हो जाता है, तो इसे आसानी से पुनः सक्रिय किया जा सकता है।
- न्यूनतम निवेश राशि 250 रुपये और 50 रुपये जुर्माना देकर खाता नियमित किया जा सकता है।
- उदाहरण के लिए, यदि खाता तीन वर्षों से अनियमित है, तो (250 + 50) x 3 = 900 रुपये जमा करने होंगे।
विशेष परिस्तिथि के आधार पर खाता बंद करने की अनुमति
खास परिस्थितियों, जैसे चिकित्सा संबंधी आपात स्थिति या अन्य गंभीर कारणों में, खाता समय से पहले बंद किया जा सकता है।
योजना के फायदे
- बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए बचत – इस योजना के माध्यम से परिवार बेटियों के भविष्य के लिए सुरक्षित धनराशि जुटा सकते हैं।
- कर लाभ – निवेश पर धारा 80सी के तहत कर छूट।
- उच्च ब्याज दर – यह योजना नियमित बचत खाता और कई अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में अधिक ब्याज दर प्रदान करती है।
- सरकारी गारंटी – योजना पर सरकार की पूर्ण गारंटी है, जो इसे पूरी तरह सुरक्षित बनाती है।
सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने का एक आदर्श माध्यम है। यह योजना न केवल उनके उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करती है, बल्कि अभिभावकों को भी वित्तीय जिम्मेदारियों को कुशलतापूर्वक निभाने में मदद करती है।
यदि आप अपनी बेटी के लिए बेहतर कल की योजना बना रहे हैं, तो सुकन्या समृद्धि योजना का हिस्सा बनें और उसे आर्थिक स्वतंत्रता और सुरक्षा प्रदान करें।
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SHRUTI MISHRA
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