स्टॉक मार्केट में बड़ी गिरावट: सेंसेक्स और निफ्टी में भारी नुकसान, निवेशकों के 4 लाख करोड़ रुपये डूबे
गुरुवार, 19 दिसंबर को भारतीय स्टॉक मार्केट में भारी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स 964.15 अंक या 1.20% टूटकर 79,218.05 पर और एनएसई निफ्टी 50 247.15 अंक या 1.02% गिरकर 23,951.70 पर बंद हुआ। यह गिरावट अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के फैसले और उसके सख्त रुख के कारण हुई।
क्या है मुख्य कारण?
अमेरिकी फेडरल रिजर्व का ब्याज दरों में कटौती का निर्णय
- अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की।
- यह कटौती लगातार तीसरी बार हुई है, जिससे संघीय निधि लक्ष्य दर को 4.25% से 4.5% तक घटा दिया गया।
- हालांकि, फेड ने यह भी कहा कि 2025 में केवल दो बार दरों में कटौती की जाएगी, जबकि पहले चार कटौती की उम्मीद थी।
मुद्रास्फीति के बढ़ते अनुमान
- अगले वर्ष के लिए मुद्रास्फीति का अनुमान 2.1% से बढ़ाकर 2.5% कर दिया गया है, जिससे निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई।
एफआईआई की बिकवाली
- विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा लगातार बिकवाली ने भी बाजार पर दबाव बनाया।
कैसे प्रभावित हुए सेक्टर्स?
बैंकिंग और रियल एस्टेट:
बैंकिंग और रियल एस्टेट सेक्टर को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ।- निफ्टी बैंक: 563.85 अंक या 1.08% गिरकर 51,575.70 पर बंद।
- निफ्टी रियल्टी: 0.82% की गिरावट के साथ 1,103.25 पर।
आईटी और मेटल:
आईटी और मेटल सेक्टर भी दबाव में रहे।- निफ्टी आईटी: 1.26% गिरा।
- निफ्टी मेटल: 1.02% की गिरावट।
रक्षात्मक सेक्टरों का बेहतर प्रदर्शन:
फार्मा और हेल्थकेयर जैसे रक्षात्मक सेक्टरों में निवेशकों ने रुचि दिखाई।- निफ्टी फार्मा: 1.72% बढ़ा।
- निफ्टी हेल्थकेयर: 1.26% ऊपर।
निवेशकों को भारी नुकसान
आज के सत्र में निवेशकों को लगभग 4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
- बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 450 लाख करोड़ रुपये रह गया, जो बुधवार को 454 लाख करोड़ रुपये था।
शीर्ष लाभ और हानि उठाने वाले शेयर
लाभ में रहने वाले शेयर:
- डॉ. रेड्डीज: 4.04% की बढ़त के साथ टॉप पर।
- सिप्ला और बीपीसीएल: 2% से अधिक की बढ़त।
- सन फार्मा और अपोलो हॉस्पिटल्स: 1% से ज्यादा बढ़े।
हानि उठाने वाले शेयर:
- बजाज फिनसर्व, जेएसडब्ल्यू स्टील, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस: 2-2.5% की गिरावट।
- आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, इंफोसिस, टाटा मोटर्स: 1.5-2% के बीच टूटे।
क्या हो आगे की रणनीति?
विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशकों को सतर्क रहने और बाजार की स्थिति को समझते हुए दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है। फार्मा और हेल्थकेयर जैसे रक्षात्मक सेक्टरों में निवेश करना इस समय एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।