Mumbai Naval Accident मुंबई नाव हादसा: पिता और 7 साल का बच्चा अब भी लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

मुंबई नाव हादसा: पिता और 7 साल का बच्चा अब भी लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
मुंबई के समुद्र तट पर हुए दर्दनाक नाव हादसे के एक दिन बाद भी दो लोगों का पता नहीं चल पाया है। लापता लोगों में 43 वर्षीय हंसराज भाटी और सात साल का बच्चा जॉन मोहम्मद निसार अहमद पठान शामिल हैं। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
क्या हुआ था हादसे में?
बुधवार को दोपहर के समय मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा द्वीप की ओर जा रही एक यात्री नौका ‘नील कमल’ और एक नौसेना के पोत के बीच टक्कर हो गई। यह नौसेना का पोत इंजन परीक्षण (engine trials) कर रहा था। हादसे में दोनों नौकाओं पर सवार कुल 113 लोगों में से 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 98 यात्रियों को बचा लिया गया, जिनमें से दो घायल हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी
पुलिस ने बताया कि लापता लोगों की तलाश के लिए भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड की मदद से सर्च ऑपरेशन जारी है। हादसे के बाद से ही समुद्र के उस क्षेत्र में लगातार खोजबीन हो रही है, लेकिन अभी तक लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
13 लोगों की मौत: हादसे की भयावहता
इस हादसे में मरने वालों में एक नौसेना का कर्मचारी और दो ठेका कर्मचारी भी शामिल हैं। नौका ‘नील कमल’ पर करीब 100 यात्री सवार थे।
यात्रियों में दहशत का माहौल
हादसे के बाद बचाए गए यात्री अभी भी इस भयावह घटना के सदमे में हैं। उन्होंने इसे “जीवन का सबसे डरावना अनुभव” बताया। कई यात्रियों ने नौसेना और नौका संचालकों की लापरवाही पर सवाल उठाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
हादसे पर सवाल उठते हुए
इस घटना के बाद यात्री सुरक्षा और नौसेना पोत के संचालन को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। “नील कमल” पर सवार यात्रियों का कहना है कि अगर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम होते, तो यह हादसा टाला जा सकता था।
लापता लोगों के परिवारों की चिंता बढ़ी
लापता 43 वर्षीय हंसराज भाटी के परिजन बेसब्री से किसी खुशखबरी का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, सात साल के जॉन के परिवार वाले लगातार प्रार्थना कर रहे हैं। जॉन के पिता ने कहा, “मेरा बच्चा पानी में कहां होगा, यह सोचकर दिल दहल जाता है। हम बस चमत्कार की उम्मीद कर रहे हैं।”
सरकार से मदद की अपील
घटना के बाद पीड़ित परिवारों और बचाए गए यात्रियों ने सरकार से उचित मुआवजा और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
मुंबई की पहचान और हादसे की यादें
गेटवे ऑफ इंडिया और एलीफेंटा द्वीप, जो मुंबई की पहचान हैं, अब इस हादसे की दुखद याद दिला रहे हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ-साथ घटना की जांच भी तेज़ी से की जा रही है।
प्रशासन की ओर से बयान
नौसेना और पुलिस ने कहा है कि हादसे के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। प्रशासन का कहना है कि किसी भी परिस्थिति में लापता लोगों को खोजने की कोशिशें जारी रहेंगी। इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।