विनेश फोगाट: पहलवानी से राजनीति तक का सफर
विनेश फोगाट (जन्म 25 अगस्त 1994) एक पूर्व भारतीय पहलवान और वर्तमान में हरियाणा विधानसभा की सदस्य (विधायक) हैं। उन्होंने 2024 के विधानसभा चुनाव में जुलाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व किया। अपने खेल जीवन में कई स्वर्ण पदक जीतने वाली विनेश ने राजनीति में कदम रखकर एक नई पहचान बनाई है।
खेल जीवन में उपलब्धियां
विनेश फोगाट ने भारतीय खेल इतिहास में कई सुनहरे अध्याय जोड़े हैं।
- कॉमनवेल्थ गेम्स: 2014, 2018 और 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने स्वर्ण पदक जीते।
- एशियाई खेलों में इतिहास रचा:
- 2018 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली वह पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं।
- उन्होंने कॉमनवेल्थ और एशियाई खेलों दोनों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला का गौरव प्राप्त किया।
- वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप: उन्होंने इस प्रतियोगिता में दो कांस्य पदक जीते।
- ओलंपिक में भागीदारी:
- विनेश ने तीन ओलंपिक (2016, 2020, 2024) में तीन अलग-अलग भार वर्गों (48 किग्रा, 53 किग्रा, और 50 किग्रा) में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
- 2024 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में वह फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं, लेकिन वजन की सीमा से 100 ग्राम अधिक होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।
2024 में ओलंपिक से बाहर होने के बाद, विनेश ने खेल से संन्यास लेने की घोषणा की।
संघर्ष और सामाजिक मुद्दों पर भागीदारी
1. रेसलिंग फेडरेशन के खिलाफ विरोध:
2023 में, विनेश ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों पर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
2. किसान आंदोलन में समर्थन:
2024 में, उन्होंने शंभु बॉर्डर पर किसान आंदोलन का समर्थन किया और किसान संघ के नेताओं द्वारा सम्मानित की गईं।
3. खाप पंचायत का स्वर्ण पदक:
विनेश को खाप पंचायत द्वारा स्वर्ण पदक से भी सम्मानित किया गया, जो उनकी सामाजिक और खेल उपलब्धियों का प्रतीक है।
प्रारंभिक जीवन
पहलवानी का परिवार:
- विनेश का जन्म चर्खी दादरी, हरियाणा में हुआ था। उनके पिता राजपाल फोगाट और मां प्रेमलता फोगाट पहलवानी के प्रति समर्पित परिवार से थे।
- उनके चाचा महावीर सिंह फोगाट ने उन्हें और उनके चचेरे बहन-भाइयों (गीता फोगाट, बबीता फोगाट और रितु फोगाट) को प्रशिक्षित किया।
- गांव में लड़कियों के पहलवानी करने पर कड़ा विरोध हुआ, लेकिन उनके पिता और चाचा ने इस सामाजिक विरोध का डटकर सामना किया।
पारिवारिक त्रासदी:
जब वह नौ साल की थीं, तब उनके पिता की उनके ही एक रिश्तेदार ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना उनके परिवार के लिए गहरी पीड़ा का कारण बनी।
विवाह और जीवनसाथी:
13 दिसंबर 2018 को विनेश ने साथी पहलवान सोमवीर राठी से शादी की। दोनों 2011 से एक-दूसरे को जानते थे और भारतीय रेलवे में काम करते थे।
खेल करियर का सफर
शुरुआती सफलता (2013–2016)
- 2013 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की।
- 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने 48 किग्रा वर्ग में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता।
चोट और वापसी (2016–2020)
- 2016 के रियो ओलंपिक के दौरान चोटिल होने के कारण उन्हें प्रतियोगिता छोड़नी पड़ी।
- इसके बाद उन्होंने 2018 के कॉमनवेल्थ और एशियाई खेलों में जबरदस्त वापसी की और स्वर्ण पदक जीते।
2019 और 2020 में उपलब्धियां
- 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर उन्होंने 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया।
- 2020 के रोम रैंकिंग सीरीज में स्वर्ण पदक जीता।
राजनीति में कदम
2024 में, विनेश ने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर हरियाणा की जुलाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और विजयी हुईं। पहलवानी से राजनीति में कदम रखकर उन्होंने यह साबित कर दिया कि महिलाओं की भूमिका किसी भी क्षेत्र में सीमित नहीं है।
वासे तो विनेश फोगट का खेल एवं राजनैतिक करियर हमेशा विवादों से जुड़ा रहा है उनपे लगे किसी भी आरोप की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है |