Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi 11 करोड़ किसानों को अब तक 3.04 लाख करोड़ रुपये की सहायता(PM kisaan)

मुख्य विशेषताएं:

  • अब तक 11 करोड़ किसानों को 3.04 लाख करोड़ रुपये की सहायता दी जा चुकी है।
  • 17वीं किस्त के साथ, यह आंकड़ा 3.24 लाख करोड़ रुपये को पार कर जाएगा।
  • हर किसान परिवार को सालाना 6000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है।
  • राशि तीन समान किस्तों में डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर के जरिए दी जाती है।
  • लाभार्थियों में 25% महिलाएं और 85% छोटे और सीमांत किसान शामिल हैं।

योजना की शुरुआत और उद्देश्य

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की शुरुआत 2 फरवरी, 2019 को की गई थी। इस योजना का उद्देश्य देश के किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना और उन्हें सकारात्मक पूरक आय सहायता प्रदान करना है।
यह योजना एक कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए लाई गई है।

योजना के लाभ

  • प्रत्येक पात्र किसान परिवार को हर साल 6000 रुपये की सहायता दी जाती है।
  • यह राशि तीन समान किस्तों में, हर चार महीने में 2000 रुपये करके सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाती है।
  • इस योजना के जरिए, छोटे और सीमांत किसानों के जीवन स्तर को सुधारने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित की जा रही है।

PM-KISAN: समावेशी और सशक्त योजना

योजना की समावेशी प्रकृति इसे विशेष बनाती है। इसके तहत:

  • हर चार लाभार्थियों में से कम से कम एक महिला किसान है।
  • लाभार्थियों में से 85% छोटे और सीमांत किसान हैं, जो देश में कृषि का मुख्य आधार हैं।

अब तक का प्रदर्शन

इस योजना के तहत अब तक:

  • 11 करोड़ किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।
  • 3.04 लाख करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की जा चुकी है।
  • 17वीं किस्त जारी होने के बाद, यह आंकड़ा 3.24 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगा।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने देश के किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने और उनकी आजीविका में स्थिरता लाने में अहम भूमिका निभाई है। यह योजना छोटे और सीमांत किसानों को सशक्त बनाते हुए उन्हें मुख्यधारा में लाने का काम कर रही है।
इस तरह की योजनाएं न केवल किसानों की मदद करती हैं, बल्कि देश के कृषि क्षेत्र को भी आत्मनिर्भर और टिकाऊ बनाने की दिशा में योगदान देती हैं।

“हमारी सरकार किसान कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध सरकार है। हम आने वाले समय में किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए और भी अधिक काम करते रहना चाहते हैं।”
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी