This part of our legal system needs a complete overhaul. So many innocent men and their families are being tortured. Imagine what #AtulSubhash must be going through during his last moments.#JusticeForAtulSubhash pic.twitter.com/y0WTsQMOfB
— Pranav Mahajan (@pranavmahajan) December 10, 2024
आत्महत्या की वजह: क्यों आत्महत्या करने पर मजबूर हुए अतुल सुभाष?
बेंगलुरु क्षेत्र में रहने वाले अतुल सुभाष ने हाल ही में अपनी जान ले ली। उनकी आत्महत्या ने समाज में घरेलू विवादों और मानसिक तनाव के कारण होने वाली त्रासदियों को उजागर किया। अतुल ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। चार पन्ने हस्तलिखित थे जबकि बाकी 20 पन्ने टाइप किए हुए थे।
अतुल की पत्नी ने उनके खिलाफ घरेलू हिंसा का केस उत्तर प्रदेश में दर्ज कराया था। सुसाइड नोट में उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी और ससुराल वाले उनसे 3 करोड़ रुपये की मांग कर रहे थे। अतुल ने अपनी पत्नी पर यह भी आरोप लगाया कि वह उनके चार साल के बेटे का इस्तेमाल उन्हें मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान करने के लिए कर रही थीं।
अतुल ने अपने घर पर एक प्लेकार्ड टांगा था, जिस पर लिखा था, “न्याय बाकी है”। इसके साथ ही उन्होंने अपनी गाड़ी की चाबियों और कुछ लंबित कार्यों की जानकारी भी दी। उनका कहना था कि बच्चों के प्रति माता-पिता की भावनाएं और प्यार इस तरह से बदनाम नहीं होने चाहिए और यह पैसे के लेन-देन का माध्यम नहीं बनना चाहिए।
अतुल ने अपनी सुसाइड नोट को कई लोगों को ईमेल और एक एनजीओ के व्हाट्सऐप ग्रुप पर भेजा। उन्होंने लिखा, “हमारी भावनाओं और बच्चों के प्रति प्यार को इस तरह से कलंकित नहीं किया जाना चाहिए।” पुलिस ने इस घटना को लेकर उनकी पत्नी और उनके परिवार के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
यह घटना दिखाती है कि पारिवारिक विवाद और आर्थिक दबाव किस हद तक किसी व्यक्ति को तोड़ सकते हैं। यह हमारे समाज के लिए एक चेतावनी है कि मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक विवादों को गंभीरता से लिया जाए। अब यह समय है कि ऐसे मुद्दों को सुलझाने के लिए बेहतर संवाद और न्याय प्रणाली विकसित की जाए।